कोरोना महामारी के बाद देश में लॉक डाउन है। ऐसे में कई मजदूर व निराश्रित लोगों के आगे रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। हालांकि, राहत यह है कि संकट की इस घड़ी में पुलिस से लेकर कई सामाजिक संस्थाएं तथा लोगों द्वारा की जाने वाली मदद बेहद अहम है। यह लोग दिल्ली के हीरो से कम नहीं हैं जो अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की मदद के लिए निकल खड़े हैं।
दिल्ली पुलिस राजधानी में कई स्थानों पर भूखे लोगों को खाना खिला रही है। ऐसे में लोगों का कहना है कि संकट की इस घड़ी में पुलिस जहां एक ओर अपनी ड्यूटी निभा रही है तो वहीं, भूखों को भोजन करवाकर एक अच्छी मिसाल पेश कर रही है। कई सामाजिक संस्थाएं भी न केवल जरूरतमंदों को जरूरी चीजें मुहैया करवा रही हैं, बल्कि सुबह-शाम उनके खाने का भी बंदोबस्त कर रही हैं। एक निजी संस्था के संचालक विनोद त्यागी ने बताया कि जब से देश में संकट की स्थिति उत्पन्न हुई है तब से सामाजिक संस्थाएं मदद के लिए हाथ बढ़ा रही हैं।
संकट की इस घड़ी में कुछ लोग अपने घरों से लोगों के लिए दूत बन कर निकल रहे हैं। लोग अपने साथ खाने के कुछ पैकेट व दूध समेत अन्य खाद्य सामग्री साथ ले जा रहे हैं और रोड पर बेसहारा लोगों को दे रहे हैं।
पुलिस ने लॉक डाउन के बीच शुक्रवार को लोगों की समस्या के निजात के लिए ट्विटर पर शिकायतों को मंगवाया था। ट्विटर पर एक लाजपत नगर निवासी महिला ने गर्भवती होने का हवाला देकर मदद मांगी। महिला के घर में कोई नहीं था और उन्हें अचानक पेट में दर्द उठ गया। महिला के ट्वीट पर पुलिस ने भी तत्काल उसके घर गाड़ी भेजकर उन्हें अस्पताल पहुंचाने का इंतजाम किया।
कोरोना वायरस संक्रमण के बीच पुलिस व लोगों के लिए सोशल मीडिया मददगार साबित हो रहा है। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को शाम 4 से लेकर 5 बजे तक ट्विटर पर लोगों से उनकी समस्या पूछकर उसका समाधान किया। इस मौके पर लोगों ने करीब ढाई हजार से ज्यादा ट्वीट कर पुलिस से हर तरह के सवाल पूछे। सबसे अधिक सवाल आवश्यक वस्तुओं की काला बाजारी से जुड़ा हुआ था। इसके बाद कुछ बीमार लोगों ने दूसरे जिलों में भेजने के लिये मदद मांगी। पुलिस की भी तरफ से तत्काल संबंधित जिले की पुलिस को शिकायतें भेजकर मदद का प्रयास किया गया।