एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि चीन में सामने आया नया कोरोना वायरस संभवतः सांप के जरिए इंसानों में फैला है. कोरोनावायरस ज़ूनोटिक है, इसका सीधा सीधा मतलब है कि यह वायरस जानवरों के जरिए इंसानों में फैलता है. पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान शहर के सीफूड मार्केट में सबसे पहले कोरोना वायरस के मामले सामने आए थे. इस होलसेल मार्केट में पोल्ट्री, सांप, चमगादड़, और अन्य जानवरों की खरीद फरोख्त होती है.
चीन के वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाने के लिए कि आखिर यह वायरस कहां से फ़ैल रहा है सांप और अन्य जानवरों की तुलना की. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, इस बात की संभावना है कि चायनीज करैत और चायनीज कोबरा सांप इस वायरस (कोरना) के वाहक हो सकते हैं. यह स्टडी सबसे पहली बार 22 जनवरी को विली ऑनलाइन लाइब्रेरी में प्रकाशित की गई थी.
हाल में सामने आई रिपोर्ट्स के अनुसार, इस खतरनाक और जानलेवा वायरस की वजह से अभी तक 17 लोग मौत के शिकार हो चुके हैं. इससे पहले ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट में 400 लोग कोरोना वायरस के संक्रमित पाए गए हैं. वहीं संयुक्त राज्य अमेरिका में भी एक व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित पाया गया है. बता दें कि एशिया के बाहर यह कोरोना वायरस का पहला केस है.
चीन में वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों और वो जो संक्रमित नहीं थे के ब्लड टेस्ट के नमूनों का माइक्रोस्कोप से जेनेटिक कोड का टेस्ट करवाया. नया कोरोनोवायरस वायरस के एक ही परिवार से संबंधित है, जो घातक गंभीर श्वसन श्वसन कोरोनावायरस (SARS-CoV) और मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम कोरोनवायरस (MERS-CoV) है, जिसने पिछले दो दशकों में कई लोगों की जान ले ली. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा ने नॉवेल कोरोन वायरस को '2019-nCoV' का नाम दिया है.